फूल -फूल पर ,घूम -घूम कर , फूलों से रंग चुराती हूँ। मैं फूलों के न्यारे रंगों से , अपने पंख सजाती हूँ। सजीले पंखों वाली तितली , रंग -रंगीली चंचल तितली। उड़ -उड़ फूलों की डाली -डाली , बच्चों का जी ललचाती हूँ। ना सुनती ,ना बातें करती ,फिर भी , बच्चों की दोस्त बन जाती हूँ।
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