माता शेरों वाली का भजन

कहती है दुनिया सारी, मेरी मैया, 
कहती है दुनिया सारी, 
तेरा दरबार सबसे प्यारा है। 
मेरी माता शेरावाली, 
तेरा जलवा जग से न्यारा है। 

जी चाहता है मेरा, 
तेरे दर पर चल के आऊं मैं, 
तेरे रूप को निहारुं, 
हर दर्द भूल जाऊं मैं। 
बिन तेरे कुछ नहीं मैं, 
मुझे बस तेरा ही सहारा है। 
मेरी माता शेरावाली, 
तेरा जलवा जग से न्यारा है। 
कहती है दुनिया सारी, 
तेरा दरबार सबसे प्यारा है। 

तेरी भक्ति की ही शक्ति है, 
तेरे द्वार जो भी आता है। 
भरती है खाली झोली तू, 
मन की मुरादे पाता है। 
सुनती है उसकी मैया जिसने, 
एक बार भी पुकारा है। 
मेरी माता शेरावाली, 
तेरा जलवा जग से न्यारा है। 
कहती है दुनिया सारी, 
तेरा दरबार सबसे प्यारा है। 

बड़ी आस से तेरे दर पर, 
दर्शन को भक्त आते हैं। 
फूलों का हार, सोलह श्रृंगार, 
श्रद्धा से जोत जलाते हैं। 
हर सांस तुझ पे अर्पण कर दूं, 
मैंने जीवन भी तुझ पर वारा है। 
मेरी माता शेरावाली, 
तेरा जलवा जग से न्यारा है। 
कहती है दुनिया सारी, 
तेरा दरबार सबसे प्यारा है। 

एक बार मिलकर बोलो सब, 
जयकारा शेरावाली का। 
जयकारा मैहरों वाली का, 
जयकारा जोता वाली का। 
अंधेरों से घिरे जीवन में, 
तेरे नाम से ही सवेरा है। 
मेरी माता शेरावाली, 
तेरा जलवा जग से न्यारा है। 
कहती है दुनिया सारी, 
तेरा दरबार सबसे प्यारा हैं।

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