"सरस्वती वंदना"
मां सरस्वती तेरे श्री चरणों में,
सादर नमन स्वीकार हो।
मां शारदे हमें दर्शन दो मां,
हम भक्तों का उद्धार हो।
हंस वाहिनी हंस पर,
होकर सवार आ रही।
वीणापाणि ले वीणा कर में,
वीणा मधुर बजा रही।
ज्ञानदायिनी मां ज्ञानदा,
अज्ञानता का तम हरो।
मां शारदे हमें शरण में ले लो,
मन की चपलता कम करो।
वाग्देवी मां वागेश्वरी,
वाणी को कोमल करो।
हे भारती हम भटकते रहे,
उलझी सी राहें सरल करो।
हे महाश्वेता मां सरस्वती,
सादगी से संवार दे।
जीवन नैया मझधार में है,
मां हमें ज्ञान की पतवार दे।
तू माता हम बालक तेरे,
आंचल की हमको छांव दे।
अभिलाषी मन अर्पित तुझे,
इस मन में भक्ति का भाव दे।

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